एकादशी के व्रत में भगवान विष्णु की पूजा और आराधना की जाती है। हर महीने में दो एकादशी व्रत होते है जिसमे एक शुक्ल पक्ष की एकादशी और दूसरी कृष्णा पक्ष की एकादशी होती है। लेकिन एक साल में कुल 25 एकादशी होती है, मतलब किसी एक महीने में 3 एकादशी होंगी। अब बात करे मार्च 2021 की, तो मार्च के महीने में 2 एकादशी, जिसमे विजया एकादशी और अमलकी एकादशी है। दोनों एकादशियो का अपना अलग-अलग ही महत्त्व है। इस पोस्ट में अब हम यही जानते है की मार्च 2021 में एकादशी कब है - March mein Ekadashi Kab Hai 2021
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March mein Ekadashi Kab Hai 2021 |
मार्च 2021 में एकादशी कब है - March mein Ekadashi Kab Hai 2021
March 2021 mein Ekadashi Vrat Date- हर महीने की तरह मार्च में भी दो एकादशी होंगी, जिसमे कृष्णा पक्ष में विजया एकादशी व्रत होगा और शुक्ल पक्ष में आमलकी एकादशी होगी। मार्च 2021 में एकादशी की तारीख कुछ इस प्रकार है-
विजया एकादशी 2021 कब की है- मार्च 2021 में यह एकादशी, कृष्णा पक्ष की एकादशी है, जो 9 मार्च 2021 की होगी, जिस दिन मंगलवार का दिन है। यह 8 मार्च को शाम 3 बजकर 44 मिनट पर प्रारम्भ हो जाएगी और 9 मार्च को 3 बजकर 2 मिनट पर समाप्त होगी।
आमलकी एकादशी 2021 कब की है- मार्च 2021 में यह एकादशी, शुक्ल पक्ष की एकादशी है, जो 25 मार्च 2021 की होगी, जिस दिन गुरुवार का दिन है। यह 24 मार्च को सुबह 10 बजकर 23 मिनट पर प्रारम्भ हो जाएगी और 25 मार्च को सुबह 9 बजकर 47 मिनट पर समाप्त होगी।
एकादशी का व्रत - Ekadashi ka Vrat
Ekadashi Vrat ka Mahatav- हिन्दू मान्यता में एकादशी को "हरि का दिन" कहा जाता है, यहाँ पर हरि भगवान विष्णु को माना जाता है क्योकि भगवान विष्णु ही जगत के पालनहार हैं। ऐसा कहा जाता है की एकादशी का व्रत हवन, यज्ञ, वैदिक कर्म कांड इत्यादि से भी अधिक फल देता है।

एकादशी के व्रत के लिए यह भी कहा जाता है की इस व्रत को रखने से पूर्वज या पित्तरो को स्वर्ग की प्राप्ति होती है। एकादशी का व्रत सभी सुखो को देने वाला माना गया है, इस व्रत को करने से भगवान विष्णु की कृपा हमेशा बनी रहती है।
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